Tuesday, 7 July 2015

दरूडियक  विलाप  

तल  गड़ा मल गड़ा , डिस्को पाकि भ्यो। 
अति औतरण में दाज्यू , पव्व घूरि ग्यो 

डल भरा  नारिंग बेचण  बज़ार पूजि ग्यूँ 
दिन भर गल तांणी , भल  सौद है गयो ,
साग -पात , राशन-पांणि झ्वाल  में धरी ,
पव्व  फतोईक खलेत  में  लुकाई लियो 
तल  गड़ा मल गड़ा , डिस्को पाकि भ्यो। 
अति औतरण में दाज्यू , पव्व घूरि ग्यो 

लफाई ले तस गयो , सिध्द ढूंग में पड्यो 
खन्न जसि ब्लांण  ,म्योर कल्ज़ फूंकि गयो 
गुद -रास जै हुनो , अघण  इकबटाइ जानो ,
मडुओ जस फुकीण , आफि दिखी गयो 
तल  गड़ा मल गड़ा , डिस्को पाकि भ्यो। 
अति औतरण में दाज्यू , पव्व घूरि ग्यो 

( तरदा -- यूं ही ) 

1 comment:

  1. भौते भल....तरदा मज ऐगो !

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