दरूडियक विलाप
तल गड़ा मल गड़ा , डिस्को पाकि भ्यो।
अति औतरण में दाज्यू , पव्व घूरि ग्यो
डल भरा नारिंग बेचण बज़ार पूजि ग्यूँ
दिन भर गल तांणी , भल सौद है गयो ,
साग -पात , राशन-पांणि झ्वाल में धरी ,
पव्व फतोईक खलेत में लुकाई लियो
तल गड़ा मल गड़ा , डिस्को पाकि भ्यो।
अति औतरण में दाज्यू , पव्व घूरि ग्यो
तल गड़ा मल गड़ा , डिस्को पाकि भ्यो।
अति औतरण में दाज्यू , पव्व घूरि ग्यो
डल भरा नारिंग बेचण बज़ार पूजि ग्यूँ
दिन भर गल तांणी , भल सौद है गयो ,
साग -पात , राशन-पांणि झ्वाल में धरी ,
पव्व फतोईक खलेत में लुकाई लियो
तल गड़ा मल गड़ा , डिस्को पाकि भ्यो।
अति औतरण में दाज्यू , पव्व घूरि ग्यो
लफाई ले तस गयो , सिध्द ढूंग में पड्यो
खन्न जसि ब्लांण ,म्योर कल्ज़ फूंकि गयो
गुद -रास जै हुनो , अघण इकबटाइ जानो ,
मडुओ जस फुकीण , आफि दिखी गयो
तल गड़ा मल गड़ा , डिस्को पाकि भ्यो।
अति औतरण में दाज्यू , पव्व घूरि ग्यो
अति औतरण में दाज्यू , पव्व घूरि ग्यो
( तरदा -- यूं ही )
भौते भल....तरदा मज ऐगो !
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