तरदा टैट !!
तरदा जो पीते हैं ,अलग मिक़दार है उसकी ,
जिसका रंग है रूमानी और तरंग है रूमानी ,
यहां मै का प्याला नहीं है न सागरो - मीना ,
जब पी लिया इसको , तो यारो और क्या पीना ?
उतरती ही नहीं ये , गर ढंग से चढ़ जाए ,
फिर खौफ है किसका , चाहे मौत ही आये ,
खुशी-ओ-रंज बेमानी , सारे तंज बेमानी ,
चश्मे-नम भी नूरानी ,दिले-गम भी नूरानी
फिर क्यों फकत , किसी का फातिहा पढना ,
जब तुम भी हो फानी , और हम भी हैं फानी
होगा रुखसती के दिन खाली हाथ ही मिलना ,
जब तुम भी हो खाली और हम भी हों खाली
तरदा जो पीते हैं ,अलग मिक़दार है उसकी ,
जिसका रंग है रूमानी और तरंग है रूमानी ,
यहां मै का प्याला नहीं है न सागरो - मीना ,
जब पी लिया इसको , तो यारो और क्या पीना ?
उतरती ही नहीं ये , गर ढंग से चढ़ जाए ,
फिर खौफ है किसका , चाहे मौत ही आये ,
खुशी-ओ-रंज बेमानी , सारे तंज बेमानी ,
चश्मे-नम भी नूरानी ,दिले-गम भी नूरानी
फिर क्यों फकत , किसी का फातिहा पढना ,
जब तुम भी हो फानी , और हम भी हैं फानी
होगा रुखसती के दिन खाली हाथ ही मिलना ,
जब तुम भी हो खाली और हम भी हों खाली
तारदा ऐसे ही लिखते रहो और हम पढ़ते रहें ।
ReplyDeleteतारदा ऐसे ही लिखते रहो और हम पढ़ते रहें ।
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